जैसा कि आप सब जानते हैं कि मेरी ये मुहिम एक आदमी की मुहिम है व्यवस्था को , प्रशासन को , मंत्रियों को अधिकारियों को जगाने की , उनका ध्यान आम आदमी की समस्या और मुश्किलों की ओर उनका ध्यान दिलाने की । मैं समय समय पर पत्र लिख कर इन्हें बताने की कोशिश करता हूं कि यहां ध्यान दिया जाना जरूरी है । पत्रों की स्कैन कॉपी भी यहां चस्पा कर दी जाती है ताकि भविष्य के लिए सनद रहे और जाने किस मित्र को ऐसे ही किसी प्रयास के लिए प्रेरित कर सके । आज की चिट्ठी , मुख्यमंत्री दिल्ली सरकार को इसलिए लिखी जा रही ताकि सरकारी दफ़्तरों के मुख्य द्वारों पर कब्जा जमाए और लोगों को ठगते बहलाते फ़ुसलाते दलालों के चंगुल से आम लोगों को मुक्ति दिलाई जा सके ।
ये एक आम आदमी की मुहिम है जिसे नाम दिया है ..एक चिट्ठी । एक चिट्ठी जो रोज़ खोलेगी सरकार की आंख , एक चिट्ठी जो बताएगी कि आम आदमी ने क्या देखा , एक चिट्ठी जो बेशक रोज़ न पढी जाती हो , लेकिन लिखी रोज़ जाएगी …और उसे यकीन है कि एक न एक दिन वो जरूर पढी जाएगी
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गुरुवार, 21 जून 2012
मंत्री जी ....दलाली बंद करवाइए न
जैसा कि आप सब जानते हैं कि मेरी ये मुहिम एक आदमी की मुहिम है व्यवस्था को , प्रशासन को , मंत्रियों को अधिकारियों को जगाने की , उनका ध्यान आम आदमी की समस्या और मुश्किलों की ओर उनका ध्यान दिलाने की । मैं समय समय पर पत्र लिख कर इन्हें बताने की कोशिश करता हूं कि यहां ध्यान दिया जाना जरूरी है । पत्रों की स्कैन कॉपी भी यहां चस्पा कर दी जाती है ताकि भविष्य के लिए सनद रहे और जाने किस मित्र को ऐसे ही किसी प्रयास के लिए प्रेरित कर सके । आज की चिट्ठी , मुख्यमंत्री दिल्ली सरकार को इसलिए लिखी जा रही ताकि सरकारी दफ़्तरों के मुख्य द्वारों पर कब्जा जमाए और लोगों को ठगते बहलाते फ़ुसलाते दलालों के चंगुल से आम लोगों को मुक्ति दिलाई जा सके ।
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आप मुझे इस मिशन के लिए रास्ता दिखाते रहिएगा .....मुझे इसकी जरूरत है