ये एक आम आदमी की मुहिम है जिसे नाम दिया है ..एक चिट्ठी । एक चिट्ठी जो रोज़ खोलेगी सरकार की आंख , एक चिट्ठी जो बताएगी कि आम आदमी ने क्या देखा , एक चिट्ठी जो बेशक रोज़ न पढी जाती हो , लेकिन लिखी रोज़ जाएगी …और उसे यकीन है कि एक न एक दिन वो जरूर पढी जाएगी
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बुधवार, 25 मई 2011
स्कूलों की दुकानदारी बंद करिए मंत्री जी ......एक चिट्ठी
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बिलकुल सही लिखा है आपने|
जवाब देंहटाएंसरकारी स्कूलों में सिगरेट,मोबाइल की भरमार है,खाना फ्री,बस्ता फ्री और तो और मास्टर जी भी फ्री....खाली पढ़ाई पर ध्यान नहीं है सरकार का..पर रिजल्ट खूब 'जम्प'मारे है !
जवाब देंहटाएंसार्थक पत्र. सद्प्रयास
जवाब देंहटाएंhttp://shayaridays.blogspot.com
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