जैसा कि आप जानते हैं कि ,मैं समय समय पर सरकार प्रशासन व सम्बंधित अधिकारियों /विभागों को मुझ सहित आम जन को हो रही असुविधा और समस्याओं को लिखे जा रहे इन पत्रों में न सिर्फ उनकी ओर इंगित करता हूँ बल्कि अपने विचार/सुझाव भी उन तक प्रेषित करता हूँ | अक्सर इन पर संज्ञान लेकर कार्यवाही भी होती और मुझे पत्र पर प्रतिक्रिया भी मिलती है |आज ऐसी ही एक समस्या को लेकर यह पत्र प्रस्तुत है
ये एक आम आदमी की मुहिम है जिसे नाम दिया है ..एक चिट्ठी । एक चिट्ठी जो रोज़ खोलेगी सरकार की आंख , एक चिट्ठी जो बताएगी कि आम आदमी ने क्या देखा , एक चिट्ठी जो बेशक रोज़ न पढी जाती हो , लेकिन लिखी रोज़ जाएगी …और उसे यकीन है कि एक न एक दिन वो जरूर पढी जाएगी
मेरे बारे में
फ़ॉलोअर
शनिवार, 1 सितंबर 2018
रात में हो कचरा संकलन और निस्तारण
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
एक जिम्मेदार नागरिक का कर्तव्य निर्वहन।
जवाब देंहटाएंब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, नए दौर की गुलामी “ , मे आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
जवाब देंहटाएं